श्रीकृष्ण और श्रीकृष्ण शक्ति
श्रीकृष्ण की शक्ति श्रीकृष्ण से कभी भी अलग नहीं है | वेद मन्त्रों में कहा गया है कि जो शक्ति है वे ही श्रीकृष्ण हैं, अंतर केवल इतना हैं कि श्रीकृष्ण विभु हैं और शक्ति उनका वैभव स्वरूप है | अनन्त वैभव के द्वारा अर्थात अनन्त शक्तियों से युक्त होकर भी श्रीकृष्ण 'एक' स्वरूप कहे जाते हैं | कहने का तात्पर्य यह है कि श्रीकृष्ण अनन्त शक्ति स्वरूप हैं, इसलिए उन्हें सर्वशक्तिमान कहा जाता है | शक्ति से श्रीकृष्ण नहीं बल्कि श्रीकृष्ण से अनन्त शक्तियाँ प्रकाशित होती हैं | (क्रमशः)
(श्री हरिनाम चिन्तामणि )
पहला अध्याय
पृष्ठ 4