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मंगलवार, 14 जून 2016

भगवान् श्रीकृष्ण के प्रभाव ब्रजवासियों की जुबानी

|| श्री राधा कृष्णाभ्यां नमः ||
श्री हरि
भगवान् श्रीकृष्ण के प्रभाव ब्रजवासियों की जुबानी  
     ब्रज के गोप भगवान् श्रीकृष्ण के ऐसे अलौकिक कर्म देखकर बड़े आश्चर्य में पड़ गए| उन्हें भगवान् श्रीकृष्ण की अनन्त शक्ति का तो पता था नहीं, वे इकट्ठे होकर आपस में इस तरह कहने लगे- इस बालक के कर्म बड़े आलौकिक हैं|
इस नन्हे से सात वर्ष के बालक ने खेल ही खेल में गिरिराज को उखाड़ लिया और सात दिन तक केवल अपनी एक उंगली पर उठाए रखा| यह एक साधारण मनुष्य के लिए कैसे सम्भव है? जब यह एक नन्हा सा शिशु था तब इसने पूतना राक्षसी के दूध के साथ उसके प्राण ही पी डाले| जब यह तीन मास का था तो अपने नन्हे से पैर की ठोकर से बड़ा भारी छकड़ा आकाश में उड़ा दिया| एक वर्ष की आयु में भयंकर दैत्य तृणावृत बवंडर के रूप में जब इसे आकाश में उड़ाकर ले गया तब इसने उसका गला घोंटकर मार डाला था| उस दिन की बात तो सभी जानते हैं, जब माता यशोदा ने इसे ओखल से बाँध दिया था और यह बालक घुटनों के बल ओखल खींचता हुआ दोनों वृक्षों के बीच में ले गया और दोनों वृक्ष ही उखाड़ डाले| जब यह बालक गौएँ चराने वन गया तो इसको मार डालने के लिए दैत्य बगुले के रूप में आया था, इसने दोनों हाथों से उसकी चोंच पकड़कर तिनके कि भान्ति चीर डाला| जिस समय एक दैत्य इसे मारने के लिए बछड़े के रूप में आया था तो इसने खेल ही खेल में उसको मार डाला| इसने बलराम जी के साथ गधे के रूप में रहने वाले धेनुकासुर को उसके भाईयों के साथ मार डाला| बलराम और कृष्ण दोनों ने मिलकर अत्यन्त बलशाली दैत्य प्रलाम्भासुर को भी मारवा डाला| दावानल से गौओं और बालको को उबार लिया| यमुना जी से विषैले कालिया नाग को निकाल दिया| हम यह भी देखते हैं कि इस बालक पर हमारा बहुत स्नेह है और यह बालक भी हमें बहुत स्नेह करता है| इन सारे कर्मों के कारण हमें तो यह कोई साधारण बालक नहीं जान पड़ता| हमें तो इसी बात पर शंका हो रही है|
     उनमें से कोई बोला- गोपो आप मेरी बात सुनो, जिस से तुम्हारी शंका दूर हो जाय| इसके जन्म पर महर्षि गर्ग ने कहा था कि यह बालक प्रत्येक युग में शरीर ग्रहण करता है| इसका एक नाम वासुदेव भी है| गोपों ने नन्द बाबा से कहा कि आपका पुत्र स्वयं नारायण के समान ही है, इसलिए इस पर कोई आश्चर्य नहीं करना चाहिए| इन्द्र का घमण्ड चूर-चूर करने वाले यह भगवान् नारायण ही जान पड़ते है| इस तरह ब्रजवासी भगवान् श्रीकृष्ण की चर्चा कई दिनों तक करते रहे|
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भगवान श्री कृष्ण जी की कृपा आप सभी वैष्णवों पर सदैव बनी रहे।

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